Sharm Shayari in Hindi

Sharm Shayari in Hindi – बेस्ट 101 + शर्म शायरी इन हिंदी

Sharm Shayari in Hindi – बेस्ट  101 + शर्म शायरी इन हिंदी – शर्म शायरी वह एहसास है जो हमें अपने दिल की गहराइयों से जोड़ता है। जब
हमें कोई गलती करने पर हमारी आँखों में लज्जा उठती है और हम शब्दों की कमी
महसूस करते हैं, तो शर्म शायरी हमारी सहायता करती है। यह एक रसोई है, जहां
हम अपने आंतरिक भावों को शब्दों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं।

शर्म शायरी उन लोगों के लिए एक मंच है जो खुद को खोजते हैं, जो अपनी अन्याय की
पहचान करते हैं और जो अपनी विचारधारा को व्यक्त करना चाहते हैं। यह एक
माध्यम है |

Sharm Shayari in Hindi – बेस्ट  101 + शर्म शायरी इन हिंदी

जिसके माध्यम से हम आपसी तालमेल को बढ़ा सकते हैं और एक-दूसरे की
समझ में शामिल हो सकते हैं। इसलिए, जब आपको शर्म का एहसास होता है, शर्म
शायरी आपकी मदद कर सकती है ताकि आप अपने आंतरिक संघर्षों को अपनी मातृभाषा
में व्यक्त कर सकें।

शर्म शायरी हिंदी में अपने व्यक्तिगत और सामाजिक अनुभवों को साझा करने का
एक उत्कृष्ट तरीका है। इसमें आपको अपनी खुद की कमजोरियों, गलतियों,
आवारागर्दियों और समस्याओं को खोलकर दिखाने का मौका मिलता है। यह शायरी का
रूप लेकर आप अपने मन की गहराइयों और अज्ञात के साथीदारों के साथ जुड़ सकते
हैं।

थोड़ी शर्म करो आखिर पहली मोहब्बत हूं तुम्हारी गैर के बिस्तर में भी जाओ मगर मेरे जाने के बाद

Sharm Shayari in Hindi

Sharm Shayari in Hindi

 

शर्म तो वो है, जो दिल को छू जाती है,
खुद को छिपाने की आदत हो जाती है।

चेहरे पर लज्जा का पर्दा है सजा,
जब आँखों में नीचापन का आया नजरिया।

शर्मीले चेहरे की बारीक अदा,
बोल देती है कहानी बेलगाम की।

अजनबी शर्म की आहट सुनाते हैं,
आंखों से जगह छिन लेते हैं।

हौसला बुलंद करो, इतना तो करो,
शर्म से मुँह छिपा कर क्या पाओगे।

रंग उड़ जाता है चेहरे से शर्म का,
जब लोग जलते हैं तेरी खूबसूरती से।

शर्म की बौछार में चिपकी हुई हैं,
मुस्कान छुपा के नजरें उठा के चले हैं।

चेहरे पे मुस्कान, दिल में शर्म,
तुम्हारे होंठों पे है कुछ अलग करिश्मा।

दिल की बातों में छुपी है शर्म,
इश्क़ के सवालों का नहीं है जवाब।

रंगीन शर्म बयाँ करती है आँखें,
जब मोहब्बत के सवाल उठा कर देखते हो।

बेशर्मी से कह दो रोक ले कोई,
ये शर्मा के भीग जाती है रौशनी में।

अपनी अदा में छिपी हुई है शर्म,
चेहरे से निकलती है जैसे संध्या की किरण।

शर्म से बचते रहो, बेहद ख़ूबसूरत हो,
आपकी ख़ामोशी भी देती है साकारता।

बेमतलब शर्म नहीं ज़िंदगी में,
शर्म के बावजूद जीने की अदा होनी चाहिए।

बेशर्मी छोड़ दो, शर्म नहीं होती,
अपनी असलियत के साथ ख़ुद को बचाना जानो।

आंखों में छुपी हुई है शर्म,
जब तुम्हें चाहता हूँ, ये बताना चाहता हूँ।

Sharm Shayari Image

Sharm Shayari in Hindi

 

शर्म की जड़ अदा में है समाई,
जब आपकी हंसी मेरे दिल को छू जाती है।

शर्म भी है खूबसूरती का राज,
जो होती है चेहरे पर छाई हुई।

शर्म का रंग जैसे गुलाबी है,
आपकी ख़ूबसूरती पर सब दीवाने हैं।

शर्म की बोटल में बंद हैं हमसे,
आंखों से बारिश करके देखो नजरिया।

शर्म से छिप जाओ मत,
अपनी ख़ामोशी से बातें करो।

शर्मीली आदा है तेरी चुप्पी,
मुझे तेरे बिना बहुत अजीब लगती है।

दिल की धड़कनों में छुपी है शर्म,
तुम्हें देखकर ही होता है ये अहसास।

शर्म की चादर में लिपटे हैं हम,
तुम्हें छूने की इजाज़त मांगते हैं।

शर्म से आँखों की जड़ लचीली है,
हर पल आदत बन जाती है निहारने की।

शर्म से भरी हुई है तेरी आँखें,
मेरे दिल की हर बात को पढ़ रही हैं।

दिल की गहराइयों में छुपी हुई है शर्म,
तुम्हें देखकर हर ख़्वाब सच लगता है।

शर्मीली हस्ती दिल में बस जाती है,
जब आप हमारी आँखों में बस जाते हो।

शर्म से छिपा लेते हो अपनी हंसी को,
मगर आंखों में छांव छूट जाती है।

शर्म बनी रहो, क्योंकि वो आपको सूंदर बनाती है,
आपकी आंखों में उजाला और चेहरे पर चमक लाती है।

Girl Sharm Shayari in Hindi

शर्म की आदत कितनी अच्छी होती है,
जब आपकी नज़रों में उजाला छाया होता है।

शर्म तो वो है, जो आपको सजा देती है,
खुद को छिपाने की आदत हो जाती है।

जब आप शर्म से मुँह छिपा कर खड़े होते हो,
हर कोई आपकी ख़ूबसूरती में खो जाता है।

शर्म से मुझे चुप रहना है,
जब आप हंसते हो, वो नज़र ना आये।

शर्म बदलती है आदतें तेरी,
जब तुम मेरी आँखों में देखते हो।

शर्म की महफ़िल में जगमगाते हैं हम,
जब आप हमारे नज़दीक आते हो।

शर्म छुपाने की क्या ज़रूरत है,
जब आपकी आँखों में वो चमक सा रहता है।

शर्म बनी रहो, क्योंकि वो सदा तुम्हे संवारती है,
आपकी मुस्कान को और चेहरे को निखारती है।

Girlfriend Boyfriend Sharm Shayari in Hindi

शर्म तो वो है, जो आपकी हंसी को समेटती है,
आपके होंठों पर हर किसी की ज़ुबान को बंद करती है।

शर्मीले होंठों की चुप्पी के पीछे,
छिपी होती है आपकी असलियत की कहानी।

शर्म तो वो है, जो आपको सुंदर बनाती है,
आपकी हंसी के पीछे हर दर्द को छिपाती है।

शर्म की बादली तुम्हारी आँखों में चाई है,
हर नज़रें तुम्हें देखकर ख़ुश हो जाती हैं।

शर्म बनी रहो, क्योंकि वो आपकी पहचान है,
आपकी नादानी को और ख़ूबसूरती को संजोती है।

शर्म से बहार निकलो, खुद को खोलो,
ज़िंदगी में अपनी ख़ामोशी की गहराई ढूँढ़ो।

शर्म बनी रहो, क्योंकि वो आपको मजबूत बनाती है,
आपके आंखों में सपनों को और मुस्कान को बांधती है।

Boy Sharm Shayari in Hindi

Boy Sharm Shayari in Hindi

 

शर्मीली आदा है तेरी मुस्कान की,
हर दिल में तेरी मोहब्बत की ज्योति जलती है।

शर्म उठाना क्या ज़रूरी है,
जब तुम्हारी आँखों में सच्चाई छिपी होती है।

शर्म से छिपकर आदतें बदलती हैं,
जब तुम मेरे नज़रों में देखते हो।

शर्म नहीं होनी चाहिए, बल्कि महसूस होनी चाहिए,
जब तुम्हें मेरे नज़दीक होते हुए लगती हो।

शर्म की रवानी है तेरी चाल,
तेरी हंसी में छुपी है ख़ूबसूरती की कहानी।

शर्म बनी रहो, बेहद प्यारी हो,
तुम्हारी नरम हंसी ज़िंदगी को रंगीन बनाती है।

शर्म का वो लहराता जादू है,
जो तुम्हारी मुस्कान से हर दिल को चूमता है।

जब तुम शर्मा कर आँखें झुकाते हो,
तब मेरा दिल गुलाबी फूलों से सजते हैं।

शर्म की खुशबू है तेरी हंसी में,
जो दिलों को आकर्षित करती है, चैन से रहने नहीं देती।

शर्म की जड़ में छुपी है तेरी सूंदरता,
जब तुम मुस्कुराते हो, सबकी नज़रे टकराती है।

शर्मीली चुप्पी है तेरी बातों में,
जो मेरे दिल को छू जाती है, रौशनी सी फैलाती है।

शर्म भरी निगाहों से तुम देखो नजरिया,
हर दिल में छुपी है तुम्हारी सुंदरता की कहानी।

शर्म से छिपा कर आदतें तुम्हारी,
हर दिल में जादू सी भर जाती है, चैन से जीने को।

शर्म की बारिश है तेरे होंठों से,
जब तुम हँसते हो, धरती की सब खुशबू बांधते हो।

शर्म के आगे तू ज़रा मुस्कुरा दे,
ज़िंदगी के हर मोड़ पर ख़ुद को खो जा दे।

Husband Wife Sharm Shayari in Hindi

Husband Wife Sharm Shayari in Hindi

 

शर्म से भरी हुई है तेरी हंसी,
जो दिलों को ख़ामोशी से मोह ले जाती है।

शर्म की बौछार है तेरी मुस्कान,
हर नज़र में तेरे चेहरे की चमक छाई है।

शर्म तेरी नज़रों में छुपी है,
मेरे दिल के राज़ तू ही जानती है।

शर्म से भरी हुई है तेरी आँखें,
जो कह रही हैं, तू मेरे दिल की धड़कन है।

शर्मीली हस्ती मेरे दिल को छू जाती है,
जब तुम मेरी आँखों में बस जाती हो।

शर्म तेरे होंठों से मुस्कान में छुपी है,
हर दिल को चैन देती है तेरी मुस्कान।

शर्म का रंग है तेरी आँखों में,
जो छू जाता है दिलों को, चैन से सोने नहीं देता।

शर्म से भरी हुई है तेरी आँखें,
जो ख़ुद को छुपाने की कोशिश करती हैं।

शर्म तेरे होंठों से मुस्कान की झलक है,
जो मेरे दिल को चुरा लेती है बिना कहे।

Sharm Shayari in Hindi Video

 

 

About The Author

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top